नर्स की मौत से प्रतापगढ़ में तनाव
प्रतापगढ़ में एक नर्स की मौत ने सबको चौंका दिया। 21 साल की गुड़िया एक प्राइवेट अस्पताल में नर्स थी। 27 मार्च को ड्यूटी के दौरान उसकी मौत हो गई। उसकी मां का कहना है कि बेटी के साथ गैंगरेप हुआ। फिर उसे जहर देकर मार दिया गया। लेकिन पुलिस का दावा अलग है। पुलिस कहती है कि गुड़िया ने खुद जहर खाया।
मां का दर्दनाक बयान
गुड़िया की मां रोते हुए बताती हैं, “मेरी बेटी की लाश मिली। उसके गले और हाथों पर खरोंच थीं। नीचे के कपड़े गायब थे। ऐसा लगता था कि किसी ने जबरदस्ती की हो।” मां विकलांग हैं। उनके पति नहीं हैं। गुड़िया ही घर चलाती थी। मां का आरोप है कि अस्पताल के डॉक्टर, मैनेजर और वार्ड बॉय ने यह सब किया।
क्या हुआ उस रात?
27 मार्च की शाम गुड़िया ड्यूटी पर गई। रात 8:30 बजे अस्पताल से फोन आया। कहा गया कि उसकी तबीयत बिगड़ गई। मां तुरंत अस्पताल पहुंची। वहां मैनेजर सुनील और वार्ड बॉय शहबाज मिले। उन्होंने कहा कि गुड़िया ने जहर खाया है। फिर एक एंबुलेंस में उसकी लाश ले जाई जा रही थी। मां ने शक होने पर एंबुलेंस रोकी। भीड़ ने आरोपियों को पकड़ लिया।
लाश देखकर मां सदमे में
मां बताती हैं, “गुड़िया स्ट्रेचर पर पड़ी थी। उसकी सांस बंद थी। शरीर पर चोट के निशान थे।” भीड़ ने देखा तो कहा कि वह मर चुकी है। मां और बहन रात में थाने गए। लेकिन पुलिस ने तुरंत कार्रवाई नहीं की।
गांववालों का गुस्सा
28 मार्च को सुबह करीब 250 लोग अस्पताल पहुंचे। उन्होंने हंगामा किया। सड़क पर गुड़िया की लाश रखकर प्रदर्शन शुरू किया। पुलिस ने भीड़ को रोकने के लिए लाठीचार्ज किया। इस दौरान CO विनय प्रभाकर सहित कई पुलिसवाले घायल हुए। गांव की शारदा सरोज कहती हैं, “हमें इतना मारा कि खून जम गया।”
पुलिस का एक्शन
हंगामे के बाद SP डॉ. अनिल कुमार मौके पर पहुंचे। अस्पताल को सील कर दिया गया। तीन आरोपियों- डॉक्टर अमित पांडेय, मैनेजर सुनील यादव और वार्ड बॉय शहबाज को पकड़ा गया। परिवार की शिकायत पर गैंगरेप और हत्या का केस दर्ज हुआ। पोस्टमॉर्टम से कुछ साफ नहीं हुआ। अब विसरा रिपोर्ट का इंतजार है।
पुलिस का दावा
SP डॉ. अनिल कहते हैं, “गुड़िया और शहबाज के बीच प्यार था। उसने शादी का दबाव बनाया। शहबाज ने मना किया तो उसने जहर खा लिया।” पुलिस को दोनों की चैट मिली है। शहबाज ने संबंध की बात कबूल की। लेकिन गैंगरेप की पुष्टि नहीं हुई।
आरोपी के पिता का बयान
शहबाज के पिता सादिक कहते हैं, “मेरा बेटा निर्दोष है। उसे फंसाया गया। वह ड्यूटी पर गया तो गुड़िया मर चुकी थी।” उनका दावा है कि पुलिस गलत कहानी बना रही है।
आगे क्या होगा?
नर्स की मौत का सच विसरा रिपोर्ट से पता चलेगा। परिवार गैंगरेप की बात पर अड़ा है। पुलिस जहर की थ्योरी पर काम कर रही है। इलाके में तनाव बना हुआ है।
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