मुख्य बिंदु: ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की स्थिति स्पष्ट करने के लिए 6 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल मॉस्को पहुंचा | AAP के राज्यसभा सांसद डॉ. अशोक मित्तल भी शामिल | 5 देशों का व्यापक दौरा किया जाएगा
नई दिल्ली: पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के विरुद्ध भारत की कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के समक्ष देश का पक्ष रखने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रतिनिधिमंडल रूस पहुंच गया है। इस 6 सदस्यीय दल में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और प्रसिद्ध शिक्षाविद् डॉ. अशोक मित्तल भी शामिल हैं।
प्रतिनिधिमंडल का मॉस्को आगमन
भारतीय प्रतिनिधिमंडल गुरुवार रात को रूसी राजधानी मॉस्को पहुंचा और स्थानीय समयानुसार शुक्रवार सुबह एक प्रमुख होटल में ठहरा। यह दल ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि और भारत की आतंकवाद विरोधी नीति को स्पष्ट करने के उद्देश्य से भेजा गया है।
विशेष: डॉ. अशोक मित्तल लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के संस्थापक हैं और पंजाब से राज्यसभा में AAP का प्रतिनिधित्व करते हैं।
पांच देशों का व्यापक दौरा
यह प्रतिनिधिमंडल केवल रूस तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पांच महत्वपूर्ण देशों का दौरा करेगा। इनमें रूस के अतिरिक्त स्लोवेनिया, ग्रीस, लातविया और स्पेन शामिल हैं। प्रत्येक देश में भारतीय दल ऑपरेशन सिंदूर की न्यायसंगतता और आवश्यकता पर चर्चा करेगा।
विदेश सचिव से मिली विस्तृत ब्रीफिंग
मंगलवार को सांसद मित्तल ने विदेश सचिव विक्रम मिस्री से विस्तृत ब्रीफिंग ली थी। इस बैठक के दौरान प्रतिनिधिमंडल को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए कि विदेशी धरती पर भारत की स्थिति कैसे प्रस्तुत करनी है।
सांसद मित्तल का बयान
“विदेश सचिव की विस्तृत ब्रीफिंग के बाद हमारी भूमिका बिल्कुल स्पष्ट है। हमें इन पांच देशों में भारत का मजबूत प्रतिनिधित्व करना है और ऑपरेशन सिंदूर की आवश्यकता तथा न्यायसंगतता को स्थापित करना है।”
ऑपरेशन सिंदूर की पूरी कहानी
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में एक भयानक आतंकी हमला हुआ था। इस घटना में आतंकवादियों ने 26 निर्दोष पर्यटकों की निर्मम हत्या कर दी थी। यह घटना भारत की सुरक्षा के लिए एक गंभीर चुनौती थी।
भारत की निर्णायक कार्रवाई
पहलगाम हमले के लगभग दो सप्ताह बाद, 7 मई को भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान के भीतर स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक एयर स्ट्राइक की। इस ऑपरेशन में लगभग 100 आतंकवादी मारे गए।
महत्वपूर्ण: इसी सफल सैन्य कार्रवाई को ऑपरेशन सिंदूर का नाम दिया गया, जो भारत की आतंकवाद के विरुद्ध दृढ़ संकल्प का प्रतीक है।
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के समक्ष भारत का पक्ष
वर्तमान में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का मुख्य उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को यह समझाना है कि ऑपरेशन सिंदूर आत्मरक्षा में की गई एक न्यायसंगत कार्रवाई थी। यह दिखाना आवश्यक है कि भारत केवल आतंकवाद का मुकाबला कर रहा है और विश्व शांति में योगदान दे रहा है।
भविष्य की रणनीति
यह पांच देशों का दौरा भारत की कूटनीतिक पहल का महत्वपूर्ण हिस्सा है। प्रतिनिधिमंडल प्रत्येक देश की सरकार और नीति निर्माताओं से मिलकर ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में भारत की स्थिति स्पष्ट करेगा।
निष्कर्ष: ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति का यह महत्वपूर्ण चरण देश की आतंकवाद विरोधी नीति को वैश्विक मान्यता दिलाने में सहायक सिद्ध होगा।

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