दिल्ली एयरपोर्ट पर 4 मार्च 2025 को एक 82 वर्षीय बुजुर्ग महिला के साथ एयर इंडिया की लापरवाही का मामला सामने आया है, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं और ICU में भर्ती होना पड़ा।
घटना का विवरण
- व्हीलचेयर की अनुपलब्धता: बुजुर्ग महिला की पोती, पारुल कंवर, ने बताया कि दिल्ली से बेंगलुरु की यात्रा के लिए उन्होंने पहले से व्हीलचेयर बुक की थी, जिसकी एयरलाइन ने पुष्टि भी की थी। एयरपोर्ट पहुंचने पर, एयर इंडिया के स्टाफ, एयरपोर्ट हेल्प डेस्क, और यहां तक कि अन्य एयरलाइंस के कर्मचारियों से भी व्हीलचेयर के लिए अनुरोध किया गया, लेकिन कोई सहायता नहीं मिली।
- पैदल चलने की मजबूरी और गिरावट: कोई विकल्प न होने पर, बुजुर्ग महिला को परिवार के सदस्य की सहायता से तीन पार्किंग लेन पार करके टर्मिनल-3 तक पैदल चलना पड़ा। इस दौरान थकान के कारण वे एयर इंडिया के प्रीमियम इकोनॉमी काउंटर के सामने गिर गईं, जिससे उनके सिर और चेहरे पर गंभीर चोटें आईं।
- मेडिकल सहायता की कमी: गिरने के बाद, एयरपोर्ट स्टाफ ने तुरंत प्राथमिक चिकित्सा प्रदान नहीं की। बाद में, बिना मेडिकल चेकअप के ही उन्हें फ्लाइट में बोर्ड कराया गया। बेंगलुरु पहुंचने पर, उन्हें दो टांके लगाए गए और ICU में भर्ती किया गया। डॉक्टर ब्रेन ब्लीड की संभावना की निगरानी कर रहे हैं, और उनके शरीर के बाईं ओर कमजोरी के लक्षण दिख रहे हैं।
एयर इंडिया की प्रतिक्रिया
परिवार द्वारा सोशल मीडिया पर इस घटना को उजागर करने के बाद, एयर इंडिया ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि उन्हें घटना पर पूरी सहानुभूति है और वे महिला के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं। हालांकि, एयरलाइन ने यह भी कहा कि कुछ आरोप सही नहीं हैं। एयर इंडिया के अनुसार, बुजुर्ग महिला अपने परिवार के साथ निर्धारित समय से काफी देर से एयरपोर्ट पहुंची थीं, और व्हीलचेयर की मांग बहुत ज्यादा थी, जिससे 15 मिनट के इंतजार में व्हीलचेयर उपलब्ध नहीं हो पाई।

निष्कर्ष
यह घटना एयरलाइंस द्वारा बुजुर्ग यात्रियों के प्रति सेवा और सहायता में सुधार की आवश्यकता को उजागर करती है, ताकि भविष्य में ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं से बचा जा सके।
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