अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की नीतियों के खिलाफ 19 अप्रैल 2025 को हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। सभी 50 राज्यों में हुए इन प्रदर्शनों ने व्हाइट हाउस को घेर लिया। प्रदर्शनकारी ट्रम्प की टैरिफ नीतियों, सरकारी नौकरियों में छंटनी, और अप्रवासियों पर सख्ती के खिलाफ गुस्सा जाहिर कर रहे थे। कुछ प्रदर्शनकारियों ने तो ट्रम्प को अल सल्वाडोर जेल भेजने की मांग तक कर डाली। आइए, इस जन उबाल की पूरी कहानी समझते हैं।
व्हाइट हाउस और टेस्ला शोरूम पर प्रदर्शन
वॉशिंगटन डीसी में प्रदर्शनकारियों ने व्हाइट हाउस का घेराव किया। लोग तख्तियों और बैनरों के साथ पहुंचे, जिन पर लिखा था, “ट्रम्प को अल सल्वाडोर जेल में डिपोर्ट करो” और “न कोई राजा, न कोई कुलीन, टैक्स चुकाओ।” न्यूयॉर्क, फ्लोरिडा, और लॉस एंजिल्स जैसे शहरों में भी हजारों लोग सड़कों पर उतरे। फ्लोरिडा में टेस्ला शोरूम के बाहर प्रदर्शन हुआ, जहां इलॉन मस्क की नीतियों को भी निशाना बनाया गया। इस आंदोलन को ‘50501’ नाम दिया गया, जिसका मतलब है ’50 राज्य, 50 प्रदर्शन, 1 आंदोलन।’
ट्रम्प और मस्क की नीतियां बनीं विरोध की वजह
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ उबाल की बड़ी वजह उनकी आक्रामक नीतियां हैं। ट्रम्प की टैरिफ वॉर नीति ने विदेशी सामानों की कीमतें बढ़ा दीं, जिसका खामियाजा आम लोग भुगत रहे हैं। दूसरी ओर, इलॉन मस्क के नेतृत्व वाला दक्षता विभाग (DOGE) सरकारी नौकरियों में भारी छंटनी कर रहा है। अब तक हजारों कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा चुका है। प्रदर्शनकारी ट्रम्प और मस्क पर नागरिक स्वतंत्रता और कानून के शासन को कुचलने का आरोप लगा रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों का गुस्सा: “ट्रम्प तानाशाह”
न्यूयॉर्क में एक प्रदर्शनकारी ने ट्रम्प की तुलना हिटलर से की और कहा, “ट्रम्प का रवैया तानाशाही जैसा है। वे न्याय व्यवस्था को कमजोर कर रहे हैं।” जैक्सनविले में LGBTQ+ अधिकारों और पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रदर्शन हुए। लोग नारे लगा रहे थे, “कोई ICE नहीं, कोई डर नहीं, अप्रवासियों का स्वागत है।” वॉशिंगटन में प्रदर्शनकारियों ने ट्रम्प की अप्रवासन नीतियों को “क्रूर” बताया। एक तख्ती पर लिखा था, “ट्रम्प गंदगी से भरे हैं, टॉयलेट्स को जलन हो रही है।”
ट्रम्प की रेटिंग में गिरावट
गैलप सर्वे के अनुसार, ट्रम्प के पहले 3 महीनों में केवल 45% अमेरिकी उनके काम से संतुष्ट हैं। यह उनके पहले कार्यकाल (41%) से थोड़ा बेहतर है, लेकिन पिछले राष्ट्रपतियों की औसत रेटिंग (60%) से काफी कम है। ट्रम्प के शपथ ग्रहण के समय उनकी रेटिंग 47% थी, जो अब और गिर चुकी है।
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ उबाल: क्या होगा आगे?
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ उबाल ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रदर्शनकारी ट्रम्प की नीतियों को लोकतंत्र के लिए खतरा बता रहे हैं। टैरिफ, छंटनी, और अप्रवासन नीतियों ने लोगों का गुस्सा भड़का दिया है। यह आंदोलन शांतिपूर्ण रहा, लेकिन अगर नीतियां नहीं बदलीं, तो विरोध और तेज हो सकता है। क्या ट्रम्प इस उबाल को शांत कर पाएंगे, या यह जन आंदोलन और बड़ा रूप लेगा? समय बताएगा।

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