रामनवमी पर बड़ा तोहफा
6 अप्रैल 2025 को रामनवमी का दिन खास होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तमिलनाडु के रामेश्वरम में होंगे। यहाँ वे नया पम्बन ब्रिज 2025 का उद्घाटन करेंगे। यह एशिया का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेलवे ब्रिज है। साथ ही, यह रामेश्वरम को मंडपम से जोड़ेगा।
5 मिनट में 22 मीटर ऊपर
नया पम्बन ब्रिज 2025 की सबसे बड़ी खासियत है इसकी स्पीड। इसका बीच का हिस्सा सिर्फ 5 मिनट में 22 मीटर ऊपर उठ जाता है। इसके अलावा, यह ऑटोमेटेड सिस्टम से काम करता है। जहाँ पुराने ब्रिज को 14 लोग हाथ से खोलते थे, वहीं अब सिर्फ एक शख्स इसे चला सकता है। लेकिन, अगर हवा की रफ्तार 58 किमी/घंटा से ज्यादा हुई, तो यह बंद हो जाएगा।
क्यों है यह खास?
यह ब्रिज 2.08 किमी लंबा है। इसे स्टेनलेस स्टील से बनाया गया है। साथ ही, इसमें जंग से बचाने के लिए खास कोटिंग है। वैसे तो पुराना ब्रिज 2022 में जंग की वजह से बंद हुआ था। इसलिए, नया पम्बन ब्रिज 2025 को मजबूत और भविष्य के लिए तैयार किया गया है। यह डबल ट्रैक और हाई-स्पीड ट्रेनों को सपोर्ट करेगा।
कैसे काम करता है?
इसका मैकेनिज्म कमाल का है। जब जहाज को गुजरना होता है, तो सेंटर स्पैन ऊपर उठता है। इसके लिए काउंटर-वेट्स और बड़े पहिए लगे हैं। जैसे ही ब्रिज नीचे आता है, वेट्स उसका भार संभालते हैं। इसीलिए यह स्मूद और सुरक्षित है।
ट्रायल में पास
दक्षिण रेलवे ने इसे परखा। 12 जुलाई 2024 को लाइट इंजन का ट्रायल हुआ। फिर, 31 जनवरी 2025 को रामेश्वरम एक्सप्रेस ने सफल रन किया। इसके अलावा, कोस्ट गार्ड की बोट के लिए ब्रिज को ऊपर उठाया गया। रेलवे ने इसे 75 किमी/घंटा की स्पीड के लिए मंजूरी दी। लेकिन, लिफ्ट वाले हिस्से पर 50 किमी/घंटा तय किया गया।
पीएम का बड़ा प्लान
उद्घाटन के बाद पीएम रामनाथस्वामी मंदिर में दर्शन करेंगे। यहाँ से रामसेतु की कहानी शुरू होती है। साथ ही, वे 8300 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास भी करेंगे। आखिरकार, एक जनसभा में लोगों से बात करेंगे।
पुराने ब्रिज का हाल
पुराना ब्रिज 108 साल तक चला। लेकिन, जंग ने इसे तोड़ दिया। जहाँ नया पम्बन ब्रिज 2025 अब 58 साल तक बिना ज्यादा देखभाल के चलने का वादा करता है। इसके लिए खास तकनीक यूज हुई है।
क्यों जरूरी था यह?
रामेश्वरम धार्मिक और व्यापारिक नजरिए से अहम है। पहले नाव से सफर होता था। तेज हवाओं से यह मुश्किल था। अब यह ब्रिज कनेक्टिविटी बढ़ाएगा।
क्या होगा फायदा?
- यात्रियों को आसानी होगी।
- बड़े जहाज गुजर सकेंगे।
- ट्रेनें तेज चलेंगी।
आगे की राह
नया पम्बन ब्रिज 2025 रामेश्वरम के लिए नई शुरुआत है। यह तकनीक और आस्था का संगम है। अब देखना है कि यह लोगों की उम्मीदों पर कितना खरा उतरता है।
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