राम मंदिर को धमकी भरा ईमेल
अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास को एक संदिग्ध ईमेल ने प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट मोड पर ला दिया है। राम मंदिर को धमकी भरा ईमेल 13 अप्रैल 2025 की आधी रात के बाद प्राप्त हुआ, जिसमें मंदिर की सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने की बात कही गई। शुरुआती जांच में पता चला कि यह ईमेल तमिलनाडु से भेजा गया है। इस घटना के बाद अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है।
सुरक्षा में बढ़ोतरी और जांच शुरू
राम मंदिर को धमकी भरा ईमेल मिलने की सूचना पर तुरंत कार्रवाई शुरू हुई। अयोध्या पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने मंदिर परिसर और आसपास के इलाकों में गश्त बढ़ा दी है। सीसीटीवी कैमरों और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी प्रणाली को और सक्रिय किया गया है, ताकि हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि ईमेल की जांच गंभीरता से की जा रही है, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
तमिलनाडु साइबर सेल सक्रिय
राम मंदिर को धमकी भरा ईमेल तमिलनाडु से भेजे जाने की पुष्टि के बाद वहां की साइबर सेल को भी जांच के लिए सक्रिय कर दिया गया है। साइबर विशेषज्ञ इस ईमेल के स्रोत, भेजने वाले की लोकेशन और इसके पीछे के मकसद का पता लगाने में जुटे हैं। अयोध्या से लेकर तमिलनाडु तक साइबर क्राइम यूनिट्स इस मामले को प्राथमिकता पर ले रही हैं, ताकि किसी भी खतरे को समय रहते रोका जा सके।
पहले भी मिल चुकी हैं धमकियां
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से राम मंदिर को धमकी भरा ईमेल या अन्य तरीकों से कई बार निशाना बनाया जा चुका है। खालिस्तानी आतंकी पन्नू सहित कई लोगों ने मंदिर को नुकसान पहुंचाने की धमकियां दी थीं। इसके अलावा, बिहार के भागलपुर के मकसूद अंसारी जैसे व्यक्तियों ने भी आरडीएक्स से मंदिर उड़ाने की धमकी दी थी। हर बार पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने त्वरित कार्रवाई कर स्थिति को नियंत्रित किया है।
प्रशासन की अपील: अफवाहों से बचें
अयोध्या पुलिस प्रशासन ने राम भक्तों और स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें। राम मंदिर को धमकी भरा ईमेल के बाद प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को देने को कहा है। मंदिर की सुरक्षा के लिए पहले से ही अभेद्य व्यवस्था है, जिसमें ड्रोन सिस्टम और खुफिया तंत्र शामिल हैं।

राम मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था
राम मंदिर और इसके आसपास की सुरक्षा को पहले से ही मजबूत किया गया है। हाल ही में मंदिर परिसर के लिए 4 किलोमीटर लंबी सुरक्षा दीवार बनाने की घोषणा हुई है, जो 18 महीने में तैयार होगी। इसके अलावा, मंदिर में सीसीटीवी निगरानी, सशस्त्र बलों की तैनाती और नियमित गश्त सुनिश्चित की जाती है। राम मंदिर को धमकी भरा ईमेल जैसी घटनाएं प्रशासन को और सतर्क करने का काम करती हैं।
क्या है आगे की रणनीति?
राम मंदिर को धमकी भरा ईमेल मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां न केवल इस मामले की तह तक जाएंगी, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए और कड़े कदम उठाएंगी। साइबर सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए तकनीकी विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है। साथ ही, मंदिर ट्रस्ट और प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि श्रद्धालुओं की आस्था और सुरक्षा पर कोई आंच न आए।
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