केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में घोषणा की है कि अब प्रत्येक नए दोपहिया वाहन के साथ दो ISI प्रमाणित हेलमेट प्रदान करना अनिवार्य होगा। यह निर्णय सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को कम करने के उद्देश्य से लिया गया है।
सड़क दुर्घटनाओं के चिंताजनक आंकड़े:
- भारत में हर साल लगभग 4,80,000 सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें करीब 1,88,000 लोगों की मृत्यु हो जाती है।
- इनमें से 66% मृतक 18 से 45 वर्ष की आयु वर्ग के होते हैं।
- विशेष रूप से, दोपहिया वाहनों से जुड़े हादसों में हर साल 69,000 से अधिक लोग मारे जाते हैं, जिनमें से 50% मौतें हेलमेट न पहनने के कारण होती हैं।

हेलमेट पहनने के नियम और जुर्माना:
- मोटर वाहन अधिनियम की धारा 129 के अनुसार, बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चलाना दंडनीय अपराध है। ऐसा करने पर 500 से 1,000 रुपये तक का चालान, गाड़ी सीज, ड्राइविंग लाइसेंस का निलंबन और तीन महीने तक की सजा हो सकती है।
- हेलमेट सही ढंग से न पहनने, जैसे स्ट्रैप न बांधने पर, 1,000 रुपये का जुर्माना लगाया जा सकता है।
सुरक्षित हेलमेट चुनने के सुझाव:
- प्रमाणन: हमेशा ISI प्रमाणित हेलमेट का चयन करें, जो सुरक्षा मानकों को पूरा करता हो।
- फिटिंग: हेलमेट आपके सिर पर पूरी तरह फिट होना चाहिए; न तो बहुत ढीला और न ही बहुत टाइट।
- वेंटिलेशन: हेलमेट में उचित वेंटिलेशन होना चाहिए ताकि लंबी सवारी के दौरान आरामदायक महसूस हो।
- वाइज़र की गुणवत्ता: साफ और मजबूत वाइज़र वाला हेलमेट चुनें ताकि दृष्टि स्पष्ट बनी रहे।
हेलमेट पहनने के सही तरीके:
- हेलमेट को साफ करके पहनें और सुनिश्चित करें कि वह सही ढंग से फिट हो।
- स्ट्रैप को मजबूती से बांधें ताकि दुर्घटना के समय वह सिर से न निकले।
- यदि हेलमेट गिरने या दुर्घटना में क्षतिग्रस्त हो जाता है, तो उसे तुरंत बदलें और नया हेलमेट खरीदें।
निष्कर्ष:
सड़क सुरक्षा हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। हेलमेट पहनना न केवल कानूनी अनिवार्यता है, बल्कि यह आपके जीवन की सुरक्षा के लिए भी आवश्यक है। नए नियमों के तहत, दोपहिया वाहन कंपनियों द्वारा दो ISI प्रमाणित हेलमेट प्रदान करना एक स्वागत योग्य कदम है, जो सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को कम करने में मदद करेगा।
Leave a Reply