Advertisement

जाट फिल्म विवाद: चर्च सीन हटाया, सनी देओल-रणदीप हुड्डा पर FIR | New PaperDoll

जाट फिल्म विवाद: चर्च सीन हटाया, सनी देओल-रणदीप हुड्डा पर FIR

जालंधर, 18 अप्रैल 2025: सनी देओल और रणदीप हुड्डा की फिल्म जाट रिलीज के बाद से ही विवादों में घिरी हुई है। 10 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज हुई इस फिल्म के एक चर्च सीन ने ईसाई समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई। जालंधर में ईसाई समुदाय के विरोध और पुलिस में शिकायत के बाद मेकर्स ने शुक्रवार को विवादित सीन हटा लिया। साथ ही, सनी देओल, रणदीप हुड्डा, विनीत कुमार सिंह, निर्देशक गोपीचंद मालिनेनी, और निर्माता नवीन येरनेनी के खिलाफ जालंधर के सदर थाने में FIR दर्ज की गई है।

विवाद का कारण: चर्च में रणदीप हुड्डा का सीन

विवाद की जड़ फिल्म का एक सीन है, जिसमें रणदीप हुड्डा का किरदार रनतुंगा एक चर्च में क्रूसीफिक्स (ईसा मसीह की क्रॉस प्रतिमा) के नीचे खड़ा है। इस सीन में रनतुंगा अपने हाथ फैलाकर ईसा मसीह की क्रूसीफिकेशन की नकल करता दिखता है, जबकि चर्च में लोग प्रार्थना कर रहे होते हैं। सीन में हिंसा, कांच टूटने, और धमकी देने जैसे दृश्य भी हैं, जो ईसाई समुदाय को अपमानजनक लगे।

ईसाई समुदाय के नेता विकलाव गोल्डी ने जालंधर कमिश्नरेट पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि इस सीन में “ईसा मसीह और पवित्र शब्द ‘आमीन’ का अपमान किया गया।” गोल्डी ने कहा कि सीन में रनतुंगा का यह दावा कि “ईसा मसीह सो रहे हैं और उन्होंने मुझे भेजा है” ईसाई विरोधियों को चर्चों पर हमला करने के लिए उकसा सकता है। समुदाय ने इसे जानबूझकर धार्मिक भावनाएं आहत करने की साजिश बताया।

जालंधर में विरोध और FIR

15 अप्रैल को ईसाई समुदाय ने जालंधर में विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई थी, लेकिन पुलिस ने इसे रोक दिया। इसके बाद समुदाय ने जॉइंट कमिश्नर को मेमोरेंडम सौंपकर फिल्म पर बैन और मेकर्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। समुदाय ने पुलिस को FIR दर्ज करने के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। गुरुवार रात को जालंधर के सदर थाने में भादंसं की धारा 299 (धार्मिक भावनाएं आहत करने के लिए जानबूझकर किए गए कार्य) के तहत सनी देओल, रणदीप हुड्डा, और अन्य के खिलाफ FIR दर्ज की गई।

जालंधर कमिश्नरेट पुलिस के जॉइंट कमिश्नर संदीप शर्मा ने कहा, “नामजद अभिनेताओं और मेकर्स को जल्द जांच के लिए नोटिस भेजा जाएगा।”

मेकर्स की माफी और सीन हटाने का फैसला

विवाद बढ़ने के बाद जाट के मेकर्स ने शुक्रवार को आधिकारिक बयान जारी किया। उन्होंने कहा, “हमारा इरादा किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। हम गहरा खेद व्यक्त करते हैं और विवादित सीन को तुरंत हटा लिया गया है। हम उन सभी से माफी मांगते हैं, जिनकी भावनाएं आहत हुईं।” मेकर्स ने यह कदम FIR और समुदाय के अल्टीमेटम के बाद उठाया।

जाट फिल्म का बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन

जाट एक सामाजिक-राजनीतिक एक्शन ड्रामा है, जिसमें सनी देओल एक रहस्यमयी व्यक्ति के किरदार में हैं, जो चिराला गांव में रनतुंगा (रणदीप हुड्डा) और उसकी पत्नी भारती (रेगिना कसांद्रा) के अत्याचारों का अंत करता है। फिल्म में विनीत कुमार सिंह, सायामी खेर, और जगरपति बाबू भी अहम भूमिकाओं में हैं। यह तेलुगु निर्देशक गोपीचंद मालिनेनी की हिंदी डेब्यू फिल्म है। रिलीज के पहले हफ्ते में फिल्म ने भारत में करीब 61.50 करोड़ रुपये कमाए। सनी देओल ने गुरुवार को जाट 2 की घोषणा भी की।

अन्य फिल्मों के विवाद

जाट पहली फिल्म नहीं है, जो धार्मिक या सामाजिक विवादों में फंसी हो। हाल ही में मोहनलाल की L2: एम्पुरान पर गुजरात दंगों के दृश्यों को लेकर सवाल उठे, जिसके बाद सेंसर बोर्ड ने 17 सीन में बदलाव की मांग की। प्रतीक गांधी की फुले पर जातिवाद के आरोप लगे, जिसके चलते इसकी रिलीज 25 अप्रैल तक टाल दी गई। छावा पर ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ का आरोप लगा, जबकि कंगना रनोट की इमरजेंसी को सिख समुदाय ने गलत चित्रण का हवाला देकर विरोध किया

निष्कर्ष

जाट के विवाद ने एक बार फिर फिल्मों में धार्मिक चित्रण की संवेदनशीलता को उजागर किया है। मेकर्स ने सीन हटाकर और माफी मांगकर विवाद को शांत करने की कोशिश की है, लेकिन FIR के बाद जांच का सामना करना पड़ सकता है। यह मामला सेंसर बोर्ड और फिल्म निर्माताओं के लिए एक सबक है कि धार्मिक प्रतीकों का इस्तेमाल सावधानी से करना चाहिए।

खबरें और भी हैं…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *