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वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ 8 राज्यों में विरोध प्रदर्शन: कोलकाता-अहमदाबाद में पोस्टर जलाए गए | New PaperDoll

वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ 8 राज्यों में विरोध प्रदर्शन: कोलकाता-अहमदाबाद में पोस्टर जलाए गए

वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ देशभर में उबाल: 8 राज्यों में सड़कों पर उतरे लोग

नई दिल्ली, 4 अप्रैल 2025: वक्फ संशोधन बिल के संसद से पास होने के बाद देश के कई हिस्सों में विरोध का सिलसिला शुरू हो गया है। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद पश्चिम बंगाल, गुजरात, बिहार, झारखंड, तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक और असम में मुस्लिम समुदाय के लोग सड़कों पर उतर आए। इन प्रदर्शनों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल रहे। कोलकाता और अहमदाबाद में लोगों ने बिल के खिलाफ पोस्टर और बैनर जलाए, वहीं उत्तर प्रदेश में बिल का समर्थन करने वाले एक शख्स पर हमला होने की खबर ने माहौल को और गरमा दिया।

उत्तर प्रदेश में पुलिस अलर्ट, लखनऊ में ड्रोन से निगरानी

उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है। लखनऊ में मस्जिदों और दरगाहों के आसपास ड्रोन से नजर रखी जा रही है। यहां पुलिस ने फ्लैग मार्च भी निकाला। यूपी अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष अशफाक सैफी को वक्फ संशोधन बिल का समर्थन करने की वजह से जान से मारने की धमकी मिली। इतना ही नहीं, उनके बहनोई के साथ मारपीट की घटना भी सामने आई है। पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है।

कोलकाता और अहमदाबाद में भारी हंगामा

पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के पार्क सर्कस इलाके में हजारों लोग सड़कों पर जमा हो गए। प्रदर्शनकारियों ने “वक्फ बिल वापस लो” लिखे बैनर और तख्तियां जलाईं। इसी तरह गुजरात के अहमदाबाद में सैकड़ों लोग सड़कों पर उतरे। उनके हाथों में “रिजेक्ट यूसीसी” और “वक्फ बिल वापस लो” जैसे नारे लिखे पोस्टर थे। लोगों ने काली पट्टियां बांधकर विरोध जताया और “तानाशाही नहीं चलेगी” के नारे लगाए। पुलिस ने स्थिति को काबू में करने के लिए अहमदाबाद में 50 लोगों को हिरासत में लिया।

बिहार, झारखंड और दक्षिण भारत में भी विरोध

रांची और जमुई जैसे शहरों में भी वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ लोगों ने सड़कों पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह बिल मुस्लिम समुदाय और देश के हित में नहीं है। तमिलनाडु में एक्टर विजय की पार्टी तमिलगा वेत्री कझगम के कार्यकर्ताओं ने भी बिल का विरोध किया। तेलंगाना और कर्नाटक में जुमे की नमाज के बाद लोग “We Reject Waqf Amendment” के पोस्टर लेकर सड़कों पर उतरे। असम में भी मुस्लिम समुदाय ने बिल के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की।

नेताओं की प्रतिक्रिया: विपक्ष ने साधा निशाना

विपक्षी नेताओं ने वक्फ संशोधन बिल को लेकर सरकार पर हमला बोला है। PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, “यह बिल अल्पसंख्यकों पर हमला है। इसे बुलडोजर की तरह पारित करना डकैती के समान है।” वहीं, NC सांसद आगा सैयद रूहुल्लाह मेहदी ने इसे “मुस्लिम विरोधी” करार देते हुए कहा, “भाजपा को मुसलमानों के हित में बोलने का कोई हक नहीं। यह बिल अल्पसंख्यकों के खिलाफ क्रूर बहुसंख्यकवाद का प्रतीक है।”

संसद में बिल का सफर

वक्फ संशोधन बिल को 2 अप्रैल को लोकसभा में 288 सांसदों के समर्थन से पास किया गया था, जबकि 232 ने इसका विरोध किया। इसके बाद 3 अप्रैल की रात राज्यसभा में भी यह बिल 128 वोटों से पास हो गया, जिसमें 95 सांसदों ने विरोध जताया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “यह बिल गरीबों के हित में है, चोरी के लिए नहीं। संसद का कानून सबको मानना होगा।”

सुप्रीम कोर्ट में चुनौती

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और कांग्रेस सांसदों ने वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उनका दावा है कि यह बिल संविधान के खिलाफ है और अल्पसंख्यकों के अधिकारों का हनन करता है। दूसरी ओर, PM मोदी ने कहा कि यह बिल वक्फ प्रबंधन में पारदर्शिता लाएगा।

यूपी में तनाव: संभल में हवन की कोशिश

उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद के बाहर दिल्ली से आए तीन लोगों ने हवन करने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया। लखनऊ में शायर मुनव्वर राणा की बेटी सुमैया राणा को बिल के विरोध की वजह से हाउस अरेस्ट कर दिया गया। उनके घर के बाहर पुलिस तैनात है।

निष्कर्ष

वक्फ संशोधन बिल को लेकर देश में माहौल गरमाया हुआ है। जहां विपक्ष और मुस्लिम समुदाय इसे अपने अधिकारों पर हमला बता रहे हैं, वहीं सरकार इसे पारदर्शिता और सुधार का कदम करार दे रही है। आने वाले दिनों में यह विवाद और बढ़ सकता है।

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