गुरुग्राम में पुलिस ने व्हाट्सएप के जरिए चल रहे एक ऑनलाइन सेक्स रैकेट का पर्दाफाश कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. हेड कांस्टेबल प्रेम प्रकाश ने ग्राहक बनकर गिरोह से संपर्क किया और 20,000 रुपये में दो महिलाओं की व्यवस्था करने की बात तय की. होटल में महिला और उसके साथ पहुंचे दलाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
मुख्य मास्टरमाइंड की तलाश
इस रैकेट का मुख्य व्यक्ति, जिसका नाम ‘राजा’ है, अभी तक पकड़ा नहीं गया है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है और और लोगों को पकड़ने की कोशिश में है।
अप्रत्याशित जानकारी
यह अप्रत्याशित है कि व्हाट्सएप जैसे आम ऐप का इस्तेमाल इस तरह की गैरकानूनी गतिविधियों के लिए हो रहा था, जो दिखाता है कि तकनीक का दुरुपयोग कैसे हो सकता है।
विस्तृत सर्वेक्षण नोट
इस रिपोर्ट में गुरुग्राम में व्हाट्सएप के जरिए चल रहे जिस्मफरोशी के रैकेट के भंडाफोड़ और तीन लोगों की गिरफ्तारी की घटना का विस्तृत विश्लेषण किया गया है, जो 27 मार्च 2025 को हुई। यह नोट विभिन्न समाचार स्रोतों और सोशल मीडिया अपडेट्स से जानकारी एकत्र करता है, जो इस घटना के पहलुओं को समझने में मदद करता है।
पृष्ठभूमि और घटना का विवरण
27 मार्च 2025 को, हरियाणा के गुरुग्राम में पुलिस ने एक ऑनलाइन सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया, जो व्हाट्सएप के जरिए संचालित हो रहा था। इस कार्रवाई में हेड कांस्टेबल प्रेम प्रकाश ने ग्राहक बनकर रैकेट से संपर्क किया और 20,000 रुपये में दो महिलाओं की व्यवस्था करने की बात तय की। होटल में जब महिला और उनके साथ आए दलाल पहुंचे, तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। कुल मिलाकर, तीन लोग गिरफ्तार हुए: सतपाल, जो राजस्थान के कोटपुतली का निवासी है, और दो महिलाएँ, एक कोलकाता से और दूसरी त्रिपुरा से।
रैकेट की गतिविधियाँ और शुल्क
रिपोर्ट्स के अनुसार, सतपाल की भूमिका ग्राहकों की मांग के अनुसार महिलाओं की व्यवस्था करना थी। महिलाओं को सेवाओं के आधार पर भुगतान किया जाता था, और बाकी पैसा ‘राजा’ नाम के मास्टरमाइंड को जाता था, जो अभी तक फरार है। यह संकेत देता है कि यह एक व्यवस्थित ऑपरेशन था, जो संभवतः कई ग्राहकों को सेवा प्रदान कर रहा था।
कानूनी कार्रवाई और जांच
इस मामले में पुलिस ने एक केस दर्ज किया है, और सतपाल और दो महिलाओं की गिरफ्तारी के बाद, पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि रैकेट कितने बड़े पैमाने पर संचालित हो रहा था और कितने और लोग इसमें शामिल हैं। विशेष रूप से, मास्टरमाइंड ‘राजा’ की तलाश जारी है, और पुलिस अन्य राज्यों में इस नेटवर्क की पहुंच की जांच कर रही है।
तुलनात्मक विश्लेषण और ऐतिहासिक संदर्भ
यह घटना भारत में व्हाट्सएप के जरिए चल रहे सेक्स रैकेट्स के पिछले मामलों के साथ तुलना की जा सकती है। उदाहरण के लिए, 2022 में नोएडा में एक ऑनलाइन सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ हुआ था, जहां व्हाट्सएप ग्रुप्स का इस्तेमाल ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए किया गया था। हालांकि, गुरुग्राम का यह मामला तीन गिरफ्तारियों और मास्टरमाइंड की फरारी के साथ अधिक जटिल है।
निष्कर्ष और प्रभाव
यह घटना डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की सुरक्षा और अखंडता पर सवाल उठाती है, विशेष रूप से व्हाट्सएप जैसे आम ऐप्स का दुरुपयोग। यह दिखाता है कि तकनीक का इस्तेमाल अवैध गतिविधियों, जैसे जिस्मफरोशी, के लिए कैसे हो सकता है, और यह सरकार और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए एक चेतावनी है कि वे ऐसी गतिविधियों पर नजर रखें।
Key Points
- गुरुग्राम में पुलिस ने व्हाट्सएप के जरिए चल रहे जिस्मफरोशी के रैकेट का भंडाफोड़ किया, तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया।
- गिरफ्तार हुए लोग हैं: सतपाल (राजस्थान के कोटपुतली से), और दो महिलाएँ (एक कोलकाता से, दूसरी त्रिपुरा से)।
- मुख्य मास्टरमाइंड ‘राजा’ अभी भी फरार है, पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
- यह रैकेट व्हाट्सएप के जरिए ग्राहकों से संपर्क करता था, पुलिस ने अंडरकवर ऑपरेशन से इसे पकड़ा।
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