लंदन/इस्तांबुल, 19 मार्च 2025: विश्व समाचार में आज दो बड़ी घटनाएं सुर्खियों में हैं। एक ओर, ब्रिटेन के अंतिम जीवित बैटल ऑफ ब्रिटेन पायलट जॉन ‘पैडी’ हेमिंग्वे का 105 वर्ष की आयु में निधन हो गया, वहीं दूसरी ओर, इस्तांबुल के मेयर की गिरफ्तारी के बाद तुर्की में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है।
जॉन ‘पैडी’ हेमिंग्वे का निधन
ब्रिटिश रॉयल एयर फोर्स (RAF) के ग्रुप कैप्टन जॉन ‘पैडी’ हेमिंग्वे, जो द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बैटल ऑफ ब्रिटेन में हिस्सा लेने वाले अंतिम जीवित पायलट थे, का 17 मार्च 2025 को डबलिन में निधन हो गया। 105 साल की उम्र में उनका निधन इतिहास के एक महत्वपूर्ण अध्याय का अंत माना जा रहा है। हेमिंग्वे उन ‘द फ्यू’ में से एक थे, जिन्हें विंस्टन चर्चिल ने 1940 में नाजी हमलों से ब्रिटेन की रक्षा करने वाले साहसी पायलटों के रूप में सम्मानित किया था।

1919 में डबलिन में जन्मे पैडी ने 1938 में RAF में भर्ती होकर अपने करियर की शुरुआत की। 1940 में, मात्र 20 साल की उम्र में, उन्होंने हॉकर हरिकेन विमान उड़ाकर Luftwaffe के खिलाफ लड़ाई लड़ी। अपने करियर में चार बार विमान से पैराशूट के जरिए कूदना पड़ा और कई बार मौत को चकमा दिया। उनकी वीरता के लिए उन्हें 1941 में डिस्टिंग्विश्ड फ्लाइंग क्रॉस (DFC) से सम्मानित किया गया। उनके बेटे ब्रायन ने बताया कि पैडी हमेशा खुद को ‘लकी आयरिशमैन’ कहते थे और अपने दोस्तों को असली हीरो मानते थे, जो युद्ध से वापस नहीं लौटे।
प्रिंस विलियम और प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर सहित कई हस्तियों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। प्रिंस विलियम ने कहा, “हमें पैडी और उनकी पीढ़ी की बहादुरी के लिए बहुत कुछ देना है। उनकी कुर्बानी को कभी नहीं भुलाया जाएगा।”
इस्तांबुल मेयर की गिरफ्तारी, सुरक्षा कड़ी
दूसरी ओर, तुर्की के इस्तांबुल में मेयर एकरेम इमामोग्लू की गिरफ्तारी ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। इमामोग्लू, जो विपक्षी रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी (CHP) के प्रमुख नेता हैं, को भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के आरोप में हिरासत में लिया गया। यह कार्रवाई सरकार और विपक्ष के बीच बढ़ते तनाव का नतीजा मानी जा रही है। उनकी गिरफ्तारी के बाद शहर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए, जिसके चलते प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को सख्त कर दिया।
पुलिस ने इस्तांबुल के कई हिस्सों में बैरिकेड्स लगाए और अतिरिक्त बल तैनात किए। सरकार का कहना है कि यह कदम कानून के तहत उठाया गया है, जबकि विपक्ष इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई बता रहा है। इमामोग्लू 2019 में मेयर चुने गए थे और उनकी लोकप्रियता ने उन्हें राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन के लिए एक मजबूत चुनौती बनाया था। अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी इस घटना पर नजर रखे हुए है, क्योंकि यह तुर्की की राजनीति में बड़े बदलाव का संकेत हो सकता है।
इन दोनों घटनाओं ने वैश्विक स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है। जहां पैडी का निधन एक युग के अंत का प्रतीक है, वहीं इस्तांबुल की घटना एक नए राजनीतिक संकट की शुरुआत हो सकती है।
Leave a Reply